Dainik Athah

यूपी : आईएएस, पीसीएस, नीट व जेईईई की निशुल्क कोचिंग के लिए खुलेंगे अभ्युदय कोचिंग सेंटर 

अथाह ब्यूरो लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के चौथे समारोह में प्रदेश के युवाओं के रोजगार, श्रमिकों की सुरक्षा और प्रतिभाओं के सम्मान और जिलों के विकास के लिए पांच बड़ी घोषणाएं कीं। यूपी के 71वें स्थापना दिवस के अवसर पर रविवार को अवध शिल्पग्राम में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने 18 मंडल मुख्यालयों में निशुल्क अभ्युदय कोचिंग सेंटर शुरू करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने देश-दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन कर रही पांच प्रतिभाओं को हर वर्ष यूपी गौरव सम्मान से सम्मानित करने, प्रत्येक जिले में स्थापना दिवस जैसे महोत्सव मनाने, प्रदेश के कामगारों और श्रमिकों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देने और प्रदेश की जीडीपी के साथ हर जिले के भी जीडीपी की गणना कराने का एलान भी किया।

पहले चरण में 18 मंडल मुख्यालयों पर अभ्युदय कोचिंग सेंटर
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रयागराज और राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग कर रहे 30 हजार युवाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया था। तब ही यह तय किया था कि भविष्य में प्रदेश के युवाओं को कोचिंग के लिए अपने जिले या प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी के दिन से सरकार पहले चरण में प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों पर अभ्युदय कोचिंग सेंटर शुरू करने जा रही है। राज्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के भवनों में संचालित होने वाले अभ्युदय कोचिंग सेंटर में नीट, आईआईटी-जेईईई, एनडीए, सीडीएस और यूपीएससी की सभी प्रतियोगी परीक्षा की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभ्युदय में देश की सबसे अच्छी कोचिंग व्यवस्था होगी जहां पर प्रदेश के अधिकारी अपनी सेवा देंगे। कोचिंग सेंटर के लिए विषय विशेषज्ञों का पैनल तैयार किया जा रहा है। विद्यार्थी कोचिंग सेंटर में उपस्थित होने के साथ घर बैठे वर्चुअल भी कोचिंग प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नया मंच प्रदान करने के साथ नई उड़ान के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित

हर साल पांच प्रतिभाओं को मिलेगा यूपी गौरव सम्मान 
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और दुनिया में अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वाले यूपी के लोगों ने प्रदेश को नई पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि कला, संस्कृति, स्पोर्ट्स, विज्ञान-प्रौद्योगिक सहित अन्य क्षेत्रों में यूपी को नई पहचान दिलाने वाली तीन से पांच प्रतिभाओं को हर वर्ष यूपी गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं के चयन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। इसी साल से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों यह पुरस्कार दिलाए जाएंगे। 


जिलों में भी मनाया जाएगा स्थापना दिवस 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के स्थापना दिवस की तरह प्रत्येक जिले में स्थापना दिवस जैसे महोत्सव का आयोजन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 24 जनवरी 1950 को यूपी की स्थापना हुई थी। इसलिए 24 से 26 जनवरी तक यूपी दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जिलों में भी इस तरह के आयोजन कर हर फील्ड में अच्छा काम करने वाले लोगों को सम्मानित कर उनकी ऊर्जा का प्रदेश के विकास में उपयोग किया जा सकता है।  


हर जिले की जीडीपी की गणना होगी 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की तरह हर जिले की भी जीडीपी की गणन होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में अपनी जीडीपी को बढ़ाने की क्षमता है। यदि जिलों के बीच जीडीपी की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी तो गौतमबुद्ध नगर और बलरामपुर की जीडीपी में जो अंतर अभी देखने को मिलता है वह नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि हर जिले की जीडीपी के माध्यम से विकास की बहुत सी संभावनाओं को आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उतर प्रदेश एक खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनने की संभावना रखता है। यदि प्रत्येक क्षेत्र और विकास के अधिकारी इसमें सहयोग करेंगे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आकांक्षा के अनुरूप इस लक्ष्य को प्राप्त करने में जल्द सफल होंगे। 


कामगारों-श्रमिकों को आपदा में मिलेगी सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा 
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार देश-दुनिया में कहीं भी काम कर रहे यूपी के कामगारों और श्रमिकों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की गारंटी देने के लिए रोजगार एवं सेवायोजना आयोग के माध्यम से नई योजना बहुत जल्द शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि आयोग के पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिकों को भविष्य में महामारी के समय सरकार आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी। सरकार की ओर से मिलने वाली आर्थिक सहायता उनका सबसे बड़ा सुरक्षा चक्र बनेगी।

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